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Showing posts from April, 2019

गोरिल्लाओं की वायरल सेल्फ़ी की पूरी कहानी

दो गोरिल्लाओं की रेंजर अधिकारियों के साथ सेल्फी सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हो रही है. फोटो में ये गोरिल्ला सेल्फी के लिए बड़े ही स्टायलिश पोज़ देते नजर आ रहे हैं. रेंजर अधिकारियों ने इन दोनों गोरिल्लाओं को तब बचाया था जब वो बच्चे थे. यह सेल्फी कांगो के वीरुंगा नेशनल पार्क में ली गई थी, जहां जानवरों को उनके मां-पिता की शिकारियों की ओर से हत्या के बाद लाया जाता है. पार्क के डिप्टी डायरेक्टर ने बीबीसी न्यूज़डे को बताया कि गोरिल्ला अपने देखभाल करने वालों की नकल करना सीख लेते हैं. उन्होंने बताया कि रेंजर अधिकारियों को वो अपने मां-बाप की तरह देखने लगते हैं. वीरुंगा के डिप्टी डायरेक्टर इंनोसेंट मब्यूरनम्वे ने बीबीसी को बताया कि दोनों गोरिल्लाओं की मांओं की हत्या जुलाई 2007 में कर दी गई थी. गोरिल्ला उस समय सिर्फ़ दो और चार महीने के थे. कुछ ही समय बाद दोनों को वीरुंगा के एक अभयारण्य में ले जाया गया, जहां वे तब से रह रहे हैं. डिप्टी डायरेक्टर बताते हैं, "क्योंकि दोनों गोरिल्ला रेंजर अधिकारियों के साथ बड़े हुए हैं, जिन्होंने उन्हें बचाया था, वो इंसानों की नकल करने लगे है...

इलाहाबाद जैसे ‘गढ़’ में कांग्रेस को उम्मीदवार के पड़े लाले?

इलाहाबाद लोकसभा सीट एक समय तक न सिर्फ़ कांग्रेस पार्टी का गढ़ समझी जाती थी बल्कि यह शहर कांग्रेस पार्टी के इतिहास से भी न सिर्फ़ गहरे संबंध रखता है, बल्कि कई दिग्गज नेताओं की कर्मभूमि भी रही है. इस सीट पर अब तक हुए 15 लोकसभा के आम चुनाव और 2 उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी ने सबसे ज़्यादा यानी सात बार जीत दर्ज की है, लेकिन अब स्थिति यह है कि पार्टी को स्थानीय स्तर पर कोई ऐसा नेता नहीं मिल रहा है जिसे लोकसभा चुनाव में पार्टी का उम्मीदवार बनाया जा सके. भारतीय जनता पार्टी ने इलाहाबाद से जिन रीता बहुगुणा जोशी को उम्मीदवार बनाया है वो दो साल पहले विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस पार्टी का प्रचार करते-करते अचानक एक दिन बीजेपी में शामिल हो गई थीं. बीजेपी ने उन्हें लखनऊ में उसी सीट पर विधानसभा का टिकट दे दिया जिस पर वो पिछला चुनाव कांग्रेस पार्टी के टिकट पर जीत चुकी थीं. रीता जोशी कांग्रेस में तमाम बड़े पदों पर रहने के साथ ही प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. फ़िलहाल वो उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री हैं और इलाहाबाद की ही रहने वाली हैं. इलाहाबाद से उम्मीदवार बनने के बाद जब वो प...

«Bald schläft ein Euro-Hooligan in meiner Wohnung»

Schreiner Franz Weber zeigt auf seine ehemalige Wohnung. Nach 45 Jahren wurde er rausgeschmissen. Und die Vermieter machen Reibach mit Euro-08-Fans. Die Anzeige der Firma Swiss Immo Trust AG richtet sich an Euro-08-Fans. «Funktionell eingerichtete Wohnung mit acht Schlafplätzen. Ideal für Gruppen.» Adresse: Talstrasse 43 in Oberwil BL. Hier wohnte der pensionierte Schreiner Franz Weber (69) – fast ein halbes Jahrhundert lang. «Jetzt haben sie mich rausgeschmissen», sagt er konsterniert. «Ich kann es immer noch nicht glauben. Es geht nur ums Geld, unsere Schicksale zählen nichts. Bald schlafen Euro-Hooligans in meiner Wohnung.» 28 Mietparteien erhielten an der Talstrasse 43, 45 sowie Langegasse 40 die Kündigung. Sie müssen ihr vertrautes Umfeld verlassen – die Siedlung wird totalsaniert. Drei Monate hatte Franz Weber Zeit, um eine neue Wohnung zu suchen. Er wurde ein paar 100 Meter weiter fündig. Zu einem höheren Preis, aber immerhin in derselben Gegend. «Wir konnten uns nicht we...

भानमति के कुनबे से कौन बनेगा प्रधानमंत्री: वुसअत का ब्लॉग

इन दिनों कराची में बैठकर भारतीय चुनाव अभियानों को दे खने का वही मज़ा आ रहा है जो गैलरी में बैठकर थिएटर देखने का आता है. कहां है तुम्हारा 100 शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने का पांच वर्ष पुराना दावा, कहां है किसानों के लिए अच्छे दिन, कितना काला धन विदेशों से लाकर जनता की जेबों में डाला, कितनी नौकरियां पांच वर्षों में पैदा कीं? चुप करो पाकिस्तान की ज़बान में बोलने वालों, हमसे पांच साल का पूछते हो तुमने 60 साल में जनता के लिए क्या किया? हमारा तो एक प्रधानमंत्री है लेकिन तुम्हारे भानमति के कुनबे में से कौन-बनेगा प्रधानमंत्री? तुम में से किसका सीना 56 का न सही 50 इंच का ही है? चलिए मोदीजी या उनके विरोधियों का एक -दूसरे पर कीचड़ उछालना बनता है क्योंकि चुनाव का मौसम है. पर हमारे यहां पाकिस्तान में ऐसी क्या आफ़त आ पड़ी है कि अगले चुनाव में चार साल पड़े हैं और इमरान ख़ान की सरकार ने मुश्किल से नौ महीने पूरे किए हैं लेकिन फिर भी माहौल ऐसा है कि जैसे हमारे यहां भी अगले महीने चुनाव होने जा रहे हैं. ज़रदारी और नवाज़ शरीफ़ हम तुम्हारी जेबों से लूट का एक-एक पैसा निकाल लेने तक तुम्हें नहीं छो...