ये फ़िल्मी पोस्टर आपने शायद ही देखे होंगे
लंदन में "अफ्रीकन गेज़" नाम से घाना के फ़िल्मी पोस्टरों की प्रदर्शनी लगी, जिसमें 100 से ज़्यादा पोस्टर प्रदर्शित किए गए. ये पोस्टर 1970 के दशक के आखिर से लेकर 2000 के दशक के शुरुआती वर्षों के हैं. "अफ्रीकन गेज़" के क्यूरेटर और पोस्टर संग्राहक करुण ठाकर कहते हैं , "वे सिर्फ़ फ़िल्मी पोस्टर नहीं हैं. वे दो- दो मीटर ऊंचे, हाथ से बनाए गए असली तैल-चित्र हैं." हाथ से पेंट किए गए इन पोस्टरों को बिलबोर्ड पोस्टर की तरह सार्वजनिक स्थानों पर, जैसे सड़क किनारे और बाज़ारों में लगाया जाता था. इन पोस्टरों से हॉलीवुड, बॉलीवुड, नॉलीवुड और घाना की फ़िल्मों के मोबाइल वीडियो क्लब स्क्रीनिंग का प्रचार किया जाता था. ये पोस्टर देखने में भयानक और चटख रंगों वाले हैं. यह जरूरी नहीं कि पोस्टर फ़िल्म की थीम पर ही बनाए गए हों. "जुरासिक पार्क" के पोस्टर में एक डायनासोर को एक व्यक्ति को निगलते हुए दिखाया गया है और दूसरा आदमी गोल्फ खेल रहा है. ऐसा लगता है कि इन पोस्टरों को बनाने वाले कलाकारों ने शायद फ़िल्म नहीं देखी होगी . इन पोस्टरों को लोगों का ध्यान खींचने...